जिले की मंडियों में बीती शाम तक मंडियों में पहुंचे 270060 मीट्रिक टन गेहूं में से 269979 मीट्रिक टन गेहूं(99.97 प्रतिशत) की खरीद की जा चुकी है। यह आंकड़ा पिछले सीजन से 19141 मीट्रिक टन ज्यादा है क्योंकि पिछले वर्ष इसी दिन तक 250838 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी। यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि खरीद की गई फसल की किसानों के खातों में 509.31 करोड़ रुपए की सीधी अदायगी हो चुकी है, जो कि 98 प्रतिशत बनती है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि अब तक 128666 मीट्रिक टन गेहूं की मंडियों में से लिफ्टिंग की जा चुकी है, जो कि 72 घंटों के हिसाब से 60 प्रतिशत बनती है। उन्होंने बताया कि जिले की सभी 74 मंडियों में गेहूं की सुचारु व निर्विघ्न खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि खरीद के मामले में इस समय पनग्रेन अग्रणी है और उसकी ओर से अब तक 77081 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। इसी तरह मार्कफैड की ओर से 64617, पनसप की ओर से 62246, पंजाब स्टेट वेयर हाउस कार्पोरेशन की ओर से 38634, एफ.सी.आई की ओर से 22050 व व्यापारियों की ओर से 5351 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि मौसम के मिजाज को ध्यान में रखते हुए संबंधित अधिकारियों को जरुरी प्रबंधों संबंधी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि मंडियों में से फसल को किसी तरह का नुकसान न हो।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से मंडियों में गेहूं का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं। मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए शैड, पंखे, पीने वाला पानी आदि की पूरी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने किसानों को अपील करते हुए कहा कि मंडियों में फसल पूरी तरह सूखा कर ही लाएं व सांय 7 बजे से सुबह 10 बजे तक कंबाइनों से फसल की कटाई न करवाई जाए। उन्होंने कहा कि शाम के समय कंबाइनों से गेहूं की कटाई करवाने के समय कंबाइनों नमी वाली फसल भी काट देती है, जिससे फसल में नमी की मात्रा बढ़ जाती है। उन्होंने किसानों को अपील की कि वे गेहूं के अवशेषों व नाड़ को आग न लगाकर वातावरण को दूषित होने से बचाएं।